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Trading is a Mind Game in Hindi: Controlling Fear

Trading is a Mind Game in Hindi
Trading is a Mind Game in Hindi

Trading is a Mind Game in Hindi

Trading is a Mind Game in Hindi- डे ट्रेडर के पास ट्रेडिंग करने केलिए ट्रेडिंग सिस्टम और सभी टुल्स उपलब्ध होने चाहिए। उसी तरह डे ट्रेडर के पास योग्य मानसिक और भावनात्मक दृष्टीकोन भी होना चाहिए। योग्य मानसिक दृष्टीकोन न होने के कारण निर्णय करने में जल्दबाजी करने से आपके ट्रेडिंग पर उसका बहुत बडा और विपरीत परिणाम हो सकता है और आपको बहुत बडा नुकसान होने का जोखिम होता है।

बाजार में हिस्सा लेनेवाले सभी खिलाडी याने की संस्थाकिय मॅनेजर्स, शेअर दलाल, निवेशक और ट्रेडर पर डर और लालच जैसी भावनाओं का प्रभाव होता है।

आपको स्वयं ऐसा निश्चित करना चाहिए कि डर और लालच मेरे ट्रेडिंग के रास्ते में कभी भी नहीं आएंगे। परंतु आप यकिन करें या नहीं, इन भावनाओं का आपके ट्रेडिंग पर परिणाम होता ही है। आपको उससे शरमिंदा होने की कोई जरूरत नहीं है। मगर जो कुछ भी है आपको स्विकार करना चाहिए और उस पर ठिक तरह से नियंत्रण रखने का प्रयत्न करना चाहिए तब ही आप एक सफल डे ट्रेडर हो सकते है।

स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग के माहौल में लालच और डर कैसे हालात तैयार करते है यह जानने का हम प्रयत्न करते है।

डर पर अंकुश रखना (Control Your Fear) :

डर एक ऐसी भावना है जो हमें बहुत ही जोखिम भरा व्यवहार करने से रोकती है। एक योग्य प्रमाण में डर की भावना होना जरूरी है मगर वही भावना अपनी मर्यादा के बाहर जाती है तब हमें आवश्यक कार्य करने से भी रोक सकती है। मुझे नुकसान होगा यही डर डे ट्रेडर के मन में हमेशा होता है। एक अंग्रेजी कहावत ध्यान में रखिए की ‘स्कॅअर्ड मनी नेव्हर विन्स’ “Scared Money never wins!” अर्थात डरकर आप शेअर बाजार में कभी भी कमाई नहीं कर सकते है।

अगर आपको किसी एक या दुसरे कारण से गवाँने का डर लगता हो तो आप सिर्फ नुकसान पर ही ध्यान केंद्रीत करके बैठते है। नुकसान न होने के विचार में बैठकर ही आप खुद का नुकसान करते है।

इस डर के कारण ही डे ट्रेडर अपना फायदा घटाकर नुकसान को बढाते है। ट्रेडिंग में फायदा होता हो तो भी वह फायदा हाथ से निकल न जाए इस डर से उस पोजिशन को वैसे ही न रखकर उसे बंद कर देते है।

अगर आपने कोई पोजिशन खडी की और वह पोजिशन आपके विरूद्ध जाती हो तो उसमें घाटा होने का डर होता है और नुकसान हो रहा है यह आप मानने केलिए तैयार नहीं होते है। इसी कारण आप अपनी पोजिशन को तुरंत बंद करके नुकसान का नियमन करने के बजाय वह पोजिशन वैसे ही रखते है और अपना नुकसान अधिक बढाते है।

एकदम खराब परिस्थिति में बताना हो तो अगर आपको घाटा ही सहना पड रहा हो तो उसके कारण पैदा हुआ डर आपको अगले ट्रेड में प्रवेश करने से भी रोक सकता है।

आपके मन का यह डर कम करने केलिए आप स्वयं अपने मन को एक बात समझाने का प्रयत्न कीजिए की डे ट्रेडिंग में आपने जो कुछ भी निवेश किया है वह सब आप गवाँ सकते है।

इस कारण से हम लोगों को पहले से ही बता देते है कि जितना घाटा आप सह सकते है उतने ही रूपए लेकर डे ट्रेडिंग में प्रवेश कीजिए ।

जब आप बिना डरे ट्रेडिंग करते है तब आपके सफल होने की गुंजाईश अधिक होती है क्योंकि उस वक्त आप किसी भी दबाव में आकर निर्णय नहीं लेते।

लालच को नियंत्रण में रखिए (Control Your Greed):

लालच डर के विरूद्ध भावना है। लालच के कारण हम ऐसे कुछ कार्य करते है जो हम साधारण रूप से कभी भी नहीं करते है। जिस तरह से कुछ प्रमाण में डर जरूरी है उसी तरह से कुछ प्रमाण में लालच होना भी उतना ही जरूरी है।

योग्य प्रमाण में लालच होगा तो उससे हमें अपना लक्ष्य सिद्ध करने केलिए प्रेरणा मिलती है। मगर जब लालच का प्रमाण बढता है तब हम ऐसे कार्य करने लगते है जो हम कभी नहीं करते है।

लालच का समाधान कभी भी नहीं हो सकता। आपको चाहे उतना फायदा मिलने पर भी अधिक फायदा कमाने की लालसा होती है।

डे ट्रेडिंग में लालच के आधिन होकर डे ट्रेडर बेपरवाह होकर ट्रेडिंग करते है या फिर उनके ट्रेडिंग सिस्टम ने निर्देशित समय से अधिक समय तक वह अपनी पोजिशन चालू रखते है। उदाहरण देकर बताना हो तो जब बाजार बहुत आगे बढा होता है तब ट्रेडिंग सिस्टम आपको ट्रेडिंग करने की अनुमती नहीं देता, तब भी आप ट्रेडिंग करते है। इसका अर्थ ऐसा होता है कि आप लालच के वश में है और ऐसी स्थिति में अपने लालच को नियंत्रित नहीं किया तो वह बार बार अपके ट्रेडिंग पर प्रभाव करता है। इसलिए शेअर्स का भाव जब सबसे अधिक होता है तब आप वह खरीदते है और इसके परिणाम से आपको फायदा होना तो दूर पर घाटा जरूर होता है।

निराश होना टालिए (Conquer Your Frustration):

डे ट्रेडर जब निराश होते है तब उनके सभी निर्णय गलत होते है। निराश होने से आपकी सोचने की शक्ति कम होती है। जो डे ट्रेडर हमेशा घाटा सहते है उनके दिल में निराशा पैदा होना आम बात है।

डे ट्रेडिंग अधिक तिव्र और शारीरिक एवं मानसिक दृष्टी से श्रम देनेवाली प्रवृत्ती है। डे ट्रेडिंग में बहुत बडी रकम दाँव पर होती है। इसलिए आपसे जरा भी गलती हुई तो आप आपनी पूरी रकम गवां सकते है। डे टेडिंग में घाटा होना एक आम बात है पर ट्रेडिंग में लगातार नुकसान हुआ तो डे ट्रेडर निराश हो जाते है।

आप अपनी निराशा पर नियंत्रण रखने के बाद ही एक डे टेडर के रूप में कामयाब हो सकते है।

पीछे मुडकर मत देखिए (Don’t Look Back):

पश्चाताप करते बैठना डे ट्रेडर के मन की एक जहरीली भावना है। कई बार यह भावना आपके मन पर अधिक परिणाम करती है ऐसा देखा गया है। किसी कारण से आप सही भाव से किसी भी शेअर्स में निवेश करने से चूक गए और आगे चलकर उस शेअर्स का भाव आप के हिसाब से बहुत ही बढ गया तो उसका आपको बहुत पश्चाताप होता है। बाजार में ट्रेडिंग करने केलिए कई मौके मिलते रहते है। इन मौकों में से कईयों का उपयोग करने में डे ट्रेडर असमर्थ होते है। इसलिए पश्चाताप करना बंद कीजिए। एक बात ध्यान में रखिए की बाजार में कमाई करने के कई मौके आते रहते है।

भूतकाल को याद करके पश्चाताप करने के बजाय वर्तमान परिस्थिति में क्या किया जा सकता है इसका विचार करके कमाई करने का आयोजन कीजिए। डे ट्रेडिंग में बहानेबाजी केलिए कोई जगह नहीं है।

आपने कोई शेअर्स बेच दिए और कुछ समय के बाद उनका भाव बहुत बढ गया तो आपको पश्चाताप होता है कि मैंने वह शेअर्स तुरंत क्यो बेच दिए। ऐसे मौके पर डे ट्रेडर बोलते है कि ‘हे भगवान! वह शेअर्स मैने क्यो बेच दिए? अगर मैं ले लेता तो.. वह .! आदि।

आप गवाए हुए मौके का पश्चाताप करने के बजाए ऐसा सोचिए की बाजार मुझे इस तरह के कई मौके उपलब्ध कराके देगा। इस तरह से मिलनेवाले हर मौके का हम फायदा नहीं उठा सकते। इस कारण हमारे हाथ से गए एक मौके का पश्चाताप करते बैठने का कोई अर्थ नहीं।

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